देवताओं को राजनीति से दूर रखें: तिरुपति लड्डू मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भगवान और धार्मिक मामलों को राजनीति से दूर रखने की आवश्यकता पर बल दिया है, खासकर तिरुपति लड्डू विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में। न्यायालय ने ये टिप्पणियां
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू से संबंधित आरोपों से संबंधित सुनवाई के दौरान कीं।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में भगवान और धर्म को राजनीति से दूर रखने की सख्त अपील की है, खास तौर पर तिरुपति लड्डू को लेकर चल रहे विवाद के मद्देनजर।
तिरुमाला तिरुपति मंदिर में भक्तों को दिया जाने वाला यह पवित्र प्रसाद भगवान वेंकटेश्वर के लाखों अनुयायियों के लिए बेहद खास है।
न्यायालय इस मामले से संबंधित याचिकाओं पर प्रतिक्रिया दे रहा था और उसने चिंता व्यक्त की कि राजनीतिक हस्तियों और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को ऐसी टिप्पणियां करने से बचना चाहिए जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। जांच अभी भी जारी है, इसलिए सर्वोच्च न्यायालय ने जोर देकर कहा कि ऐसी टिप्पणियों से भावनाएं भड़क सकती हैं और संभावित रूप से अनावश्यक तनाव पैदा हो सकता है।
राजनीतिक नेताओं से धार्मिक मुद्दों को सावधानी से संभालने का आग्रह करके, सुप्रीम कोर्ट सभी को याद दिला रहा है कि आस्था के मामलों को सम्मान के साथ देखा जाना चाहिए और राजनीतिक एजेंडों से अलग रखा जाना चाहिए। यह
धार्मिक प्रथाओं की पवित्रता को बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है कि धर्म का राजनीतिक लाभ के लिए दुरुपयोग न किया जाए। अदालत का संदेश स्पष्ट है: लोगों की मान्यताओं का सम्मान करें और आस्था को एक निजी और पवित्र मामला रहने दें, राजनीति से अछूता।