श्री राम नवमी पर विशेष पूजा विधि

श्री राम नवमी हिंदू धर्म का एक पवित्र त्योहार है, जो भगवान राम के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान राम की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। यदि आप रामनवमी के शुभ अवसर पर पूजा करना चाहते हैं, तो यहाँ एक चरणबद्ध पूजा विधि दी गई है, जिसे आप आसानी से अपना सकते हैं। इसमें पूजा की सामग्री, मंत्र, और समय का उल्लेख शामिल है।
पूजा की तैयारी
पूजा की सामग्री
पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री तैयार करें:
- भगवान राम की मूर्ति या चित्र
- फूल (विशेष रूप से कमल के फूल)
- धूप, दीप, कपूर
- रोली, चंदन, अक्षत (चावल)
- प्रसाद (फल, मिठाई, पंचामृत)
- तुलसी के पत्ते
- गंगाजल
- कलश और जल
- पूजा की थाली
- घंटी या शंख
पूजा का समय
श्री राम नवमी की पूजा मध्याह्न (दोपहर) के समय की जाती है, क्योंकि माना जाता है कि भगवान राम का जन्म दोपहर में हुआ था। शुभ मुहूर्त के लिए अपने स्थानीय पंचांग या ज्योतिषी से जानकारी लें।
पूजा की चरणबद्ध विधि
1. स्थान की शुद्धि
- पूजा से पहले घर या पूजा स्थल को साफ करें।
- गंगाजल छिड़ककर स्थान को पवित्र करें।
2. कलश स्थापना
- एक कलश में जल भरें और उसमें सुपारी, अक्षत, और फूल डालें।
- कलश पर आम के पत्ते और नारियल रखें।
- इसे पूजा स्थल पर स्थापित करें।
3. भगवान राम की स्थापना
- भगवान राम की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर रखें।
- उन्हें फूलों से सजाएँ और तिलक लगाएँ।
4. संकल्प
- हाथ में जल, फूल, और अक्षत लेकर संकल्प लें।
- मंत्र: “ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णुः, अद्य (तिथि, वार, नक्षत्र आदि) श्री राम नवमी के शुभ दिन पर मैं (अपना नाम) भगवान राम की पूजा कर रहा/रही हूँ।”
5. आवाहन
- भगवान राम का आवाहन करें।
- मंत्र: “आवाहयामि श्री रामचंद्रं, सर्वदेवमयं प्रभुम्।”
6. आसन, पाद्य, अर्घ्य
- भगवान को आसन, पाद्य (पैर धोने के लिए जल), और अर्घ्य (हाथ धोने के लिए जल) अर्पित करें।
- मंत्र:
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, आसनं समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, पादयोः पाद्यं समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, हस्तयोः अर्घ्यं समर्पयामि।”
7. स्नान
- भगवान को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर का मिश्रण) से स्नान कराएँ।
- मंत्र: “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, पंचामृत स्नानं समर्पयामि।”
8. वस्त्र और आभूषण
- भगवान को वस्त्र और आभूषण अर्पित करें।
- मंत्र:
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, वस्त्रं समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, आभूषणं समर्पयामि।”
9. चंदन, अक्षत, और फूल
- भगवान को चंदन, अक्षत, और फूल चढ़ाएँ।
- मंत्र:
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, चंदनं समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, अक्षतान् समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, पुष्पाणि समर्पयामि।”
10. धूप और दीप
- धूप और दीप जलाकर भगवान को अर्पित करें।
- मंत्र:
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, धूपं समर्पयामि।”
- “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, दीपं समर्पयामि।”
11. नैवेद्य
- भगवान को प्रसाद (फल, मिठाई आदि) अर्पित करें।
- मंत्र: “ॐ श्री रामचंद्राय नमः, नैवेद्यं समर्पयामि।”
12. आरती
- भगवान राम की आरती करें।
- आरती के दौरान घंटी या शंख बजाएँ।
- आरती मंत्र: “जय जय राम रामायण, जय जय राम रामायण…”
13. परिक्रमा और प्रार्थना
- भगवान के चारों ओर परिक्रमा करें।
- हाथ जोड़कर सुख-शांति की प्रार्थना करें।
14. प्रसाद वितरण
- पूजा के बाद प्रसाद को परिवार और मित्रों में बाँटें।
महत्वपूर्ण मंत्र
पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करें:
- रामायण का मंत्र: “श्री रामचंद्राय नमः”
- गायत्री मंत्र: “ॐ भूर्भुवः स्वः, तत्सवितुर्वरेण्यं, भर्गो देवस्य धीमहि, धियो यो नः प्रचोदयात्।”
- राम स्तुति: “राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे। सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने॥”
श्री राम नवमी की पूजा भगवान राम के प्रति भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका है। इस चरणबद्ध विधि का पालन करके आप पूजा को आसानी से संपन्न कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। पूजा में मंत्रों का जाप और श्रद्धा का होना बहुत महत्वपूर्ण है।
श्री राम जय राम जय जय राम।